गुलाम नबी आजाद ने की बजट सत्र सीमा एक महीना बढ़ाने की मांग, ये है वजह

बजट सत्र से पहले संसद भवन के लाइब्रेरी में केंद्र सरकार की तरफ से एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी. बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने बजट सत्र का समय बढ़ाने की मांग की है. पिछले कुछ समय से इसकी समय सीमा कम होती जा रही है. शुरुआत में यह सत्र तीन महीने का होता था लेकिन बाद में इसे कम कर दिया गया. हमने इसे एक महीना बढ़ाने की मांग की है.


बैठक में संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, थावर चंद गहलोत, अर्जुन मेघवाल, वी मुरलीधरन, सपा से रामगोपाल यादव, बीजेडी से प्रसन्ना आचार्य, एनसीपी से सुप्रिया सुले, कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी और गुलाम नबी आजाद, जेडीयू से मनोज झा, एलजेपी से रामविलास पासवान और चिराग पासवान, टीएमसी से डेरेक ओ ब्रायन और बीएसपी से रितेश पाठक भी मौजूद थे.


कब से शुरू होगा बजट सत्र


बता दें कि 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है, जो 3 अप्रैल को संपन्न होगा. आधिकारिक बयान के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 31 जनवरी 2020 को सुबह 11 बजे संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. यह सत्र 3 अप्रैल को संपन्न होगा लेकिन बीच में कुछ दिनों का अवकाश होगा. पहले सत्र में यह 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलेगा. उसके बाद दूसरे चरण में दो मार्च से तीन अप्रैल तक सदन की कार्यवाही चलेगी.